ईरान का खतरनाक फतवा: अमेरिकी राष्ट्रपति और इजराइली प्रधानमंत्री पर मंडराया मौत का साया
Krishna Times
मध्य-पूर्व की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। ईरान से जारी हुआ एक नया और बेहद विवादित फतवा अब अमेरिका और इजराइल की सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बन गया है। ईरान के कट्टरपंथी धार्मिक नेताओं द्वारा जारी इस फतवे में अमेरिका के राष्ट्रपति और इजराइल के प्रधानमंत्री को "मुआरिबह" घोषित किया गया है — जिसका अर्थ है अल्लाह का दुश्मन।
क्या है मुआरिबह?
इस्लामी कानून के अनुसार, मुआरिबह उस व्यक्ति को कहा जाता है जो अल्लाह, उसके रसूल और समाज के खिलाफ खुला युद्ध करता है। ऐसे व्यक्ति को इस्लाम में सबसे बड़ा गुनहगार माना जाता है और इसकी सजा मौत निर्धारित की गई है। यह फतवा जारी होते ही पूरे विश्व में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है।
क्यों जारी हुआ फतवा?
ईरान का दावा है कि अमेरिका और इजराइल की सरकारें मुस्लिम देशों के खिलाफ हिंसा, अत्याचार और साजिशों में लिप्त रही हैं। विशेष रूप से गाजा और वेस्ट बैंक में इजराइली कार्रवाई और अमेरिका का समर्थन ईरानी नेताओं की नाराज़गी का मुख्य कारण बताया जा रहा है। ईरान के धार्मिक संस्थानों ने इसे "इस्लाम के खिलाफ युद्ध" करार देते हुए ये फतवा जारी किया है।
क्या है इसका असर?
इस फतवे के बाद अमेरिका और इजराइल दोनों देशों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने नेताओं की सुरक्षा को और मजबूत कर दिया है। साथ ही, ईरानी बयानबाजी को लेकर संयुक्त राष्ट्र समेत कई वैश्विक संस्थाओं ने चिंता जताई है।
निष्कर्ष:
ईरान का यह फतवा न केवल राजनीतिक तनाव को और बढ़ा सकता है, बल्कि विश्व शांति के लिए भी बड़ा खतरा साबित हो सकता है। धार्मिक कट्टरता और अंतरराष्ट्रीय राजनीति का यह खतरनाक मेल अब एक नए टकरावकी आहट दे रहा है। Krishna Times


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